हो...हो...हो... (२)
स्थायी: रढ़ीयालो
रुपालो मारो वालो, गमे छे मारो देश
भारत मारो रे, देश अमारो रे, प्राणथी प्यारो रे, देश अमारो रे
रढ़ीयालो रुपालो....
हो...हो...हो... (२)
प सा नि सा प नि प नि, म प म प रे,
रे म प म रे नि सा रे म प
अन्तर: १ ना मारो ना तारो आपण सौनो सहियारो (२)
जाणे माळी खोलो अमारो, मूलक अमारो मजियारो (२)
आँखोंथी ऐ उजियारो (२)
गमे छे मारो देश...
रढ़ीयालो रुपालो....
हो...हो...हो... (२)
सा रे सा रे म प म प सा रे सा (२)
देरेना देरेना दिम तननन देरेना (२)
सा नि प म रे नि सा रे म प
अन्तर: २ मबलख
पकवे मोल ए माटी, काचा सोना उपजावे (२)
मंदिर, मस्जिद, गिरिजाघर, घुम्मट, गुरुवाणी गवडावे (२)
माँ गंगा ने पिता हिमालय (२)
गमे छे मारो देश...
रढ़ीयालो रुपालो....