आ...... ला......
ख़ुशियों की बरखा बरसी हैं, आज हमारे द्वार
सम्माननीय अतिथि यहाँ पधारे, स्वागत शत-शत बार
ख़ुशियों की बरखा बरसी हैं....आ...... ला......
विद्यालय प्रांगण धन्य आज, अब तुम्हरे चरण कमल से,
झूमे हैं हर एक डाल-डाल, गणमान्य अतिथि के दर्शन से
आयी नई ये बहार
ख़ुशियों की बरखा बरसी हैं....
आ...... ला......
दर्शन को पाकर आज यहाँ, हम सब के हृदय में ख़ुशियाँ अपार,
पथ दर्शक होंगे आप सदा, दे कर अपना आशीष सदा
आयी नई ये बहार
ख़ुशियों की बरखा बरसी हैं....
आ...... ला......