Gujarati folk song Ranglo with Duha & Chhand Presented by Govind Makwana from Tansen Group in the morning assembly of 21 days In-service course for Music Teacher.
25 July to 14 August 2012
KVS ZIET MysoreLyrics in Hindi
दुहो:
हे काठियावाड़ मा कोक दी, तू भूलो पड़ भगवन,
तारा एवा करू सन्मान, हे तारु स्वाग भुलावु शामला
छंद:
हे अषाढ़ उच्चारम मेघ मल्हारम, बनी बहारम जलधारम
दादुर दकारम मयूर पुकारम, ताडिता तारम विस्तारं,
ना लही सभारम प्यास अपरं, नन्द कुमारं निरख्यारी
कहे राधे प्यारी मैं बलिहारी, गोकुल आवो गिरिधारी
लोकगीत:
हे रंगलो जाम्यो कालिंदी ने घाट, छोगाला तारा ओ रे छबीला तारा ओ रे रंगीला तारा
रंग्भेरू जुवे तारी वाट रंगलो
हे रंग रसिया तारो राहड़ो मांडी ने गाम ने छेवाले बेठा
गोकुलनी गोपिओ ए तारी साटू थई काम बधा मेल्या हेठा
हे तने बोलावे यशोदा मात छोगाला तारा ओ रे छबीला तारा ओ रे रंगीला तारा
रंग्भेरू जुवे तारी वाट रंगलो
छंद:
हे डमक डमक दादुर रव दहेकत, गहेकत मोर मल्हार गिरा,
तव पियु पियु शब्द पुकारत चातक, टिहू टिहू कोकिल कंठ गिरा
घनन घनन नभ होत घनाका, घननन गिरिवर शिखर गाजे
तव रुमझुम रुमझुम बरसत बरखा, घरर घनघोर गजे